क्या आप जानते हैं आईपीएल फ्रेंचाइजी के मालिक कैसे कमाते हैं पैसा? उनकी आय का कोई एक जरिया नहीं है। बल्कि कई स्रोत हैं। इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि कैसे सभी IPL टीमों के मालिक हर साल करोड़ों की कमाई करते हैं? चाहे उनकी टीम हारे या जीत। नंबर 1 हो या नंबर 8 लेकिन ज्यादातर आईपीएल फ्रेंचाइजी के मालिकों को करोड़ों का मुनाफा होता ही हैं। How do IPL Team Owners Earn Money.
    आईपीएल (IPL) का मतलब इंडियन प्रीमियर लीग है। दुनिया की सभी लीगों में से सबसे बड़ी लीग आईपीएल है। आईपीएल की शुरुआत 2008 में हुई थी। आईपीएल T20 लीग है और यह भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड द्वारा संचालित की जाती है। कुछ लोग इसे 'इंडियन प्रीमियर लीग' नहीं बल्कि 'इंडियन पैसा लीग' भी कहते हैं।
आईपीएल टीम के मालिक कैसे करोड़ों कमाते हैं?
मीडिया अधिकार (Media Rights)
    मीडिया राइट्स (Media Rights) यह बीसीसीआई (Board of Control for Cricket in India) और आईपीएल (Indian Premier League) फ्रेंचाइजी के लिए कमाई का सबसे बड़ा स्रोत है। मतलब जो चैनल आईपीएल मैच का प्रसारण करता है। आपने देखा होगा कि जब आईपीएल शुरू हुआ था तब सेट मैक्स पर इसका प्रसारण किया जाता था क्योंकि तब मीडिया राइट्स सेट मैक्स ने खरीद लिए थे और फिर स्टार इंडिया ने इसे खरीद लिया था।
|  | 
| मीडिया अधिकार (Media Rights) | Photo : Cricket Adictor | 
    2008 में, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स ने अप्रैल के लिए 10 वर्षों के लिए मीडिया अधिकार खरीदे, जिसका मूल्य लगभग 8,200 करोड़ रुपये था। इसके बाद 2018 में स्टार इंडिया ने आईपीएल के मीडिया राइट्स करीब 16347 करोड़ रुपये में खरीदे जो 2022 तक वैध है। जहां पहले बीसीसीआई को साल में 820 करोड़ रुपये मिलते थे, अब साल में 3200 करोड़ से ज्यादा मिल रहे हैं. . | हर साल बीसीसीआई (BCCI) इस राशि का 40% हर फ्रेंचाइजी मालिक को समान रूप से वितरित करता है। यानी हर टीम मीडिया राइट्स से हर साल करीब 160 करोड़ रुपए कमाती है। आईपीएल का लगभग 60-65% Revenue मीडिया अधिकारों से आता है।
    इस साल बीसीसीआई आईपीएल के मीडिया राइट्स की नीलामी करेगी, जिसका दावा है कि उसकी आय करीब 45000 करोड़ रुपये है।
शीर्षक प्रायोजन (Title Sponsorship)
    आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरशिप (Title Sponsorship) के लिए बीसीसीआई आईपीएल के टाइटल को स्पॉन्सर करने वाली कंपनी से करोड़ों रुपये लेती है। 2008 में डीएलएफ (DLF) ने आईपीएल को 5 साल के लिए 200 करोड़ रुपये दिए थे, फिर पेप्सी ने अगले 3 साल के लिए बीसीसीआई के साथ 240 करोड़ रुपये की डील की, फिर (2018-2022) वीवो ने 5 साल के लिए 2200 करोड़ रुपये की डील की यानी, 1 साल के लिए लगभग 440 करोड़, लेकिन 2020 में भारत-चीन विवाद के कारण, VIVO को टाइटल स्पॉन्सर से हटा दिया गया और उसकी जगह Dream11 को ले लिया गया।
|  | 
| शीर्षक प्रायोजन (Title Sponsorship) | Photo : CricTracker | 
    ड्रीम 11 ने साल 2020 के टाइटल को स्पॉन्सर करने के लिए बीसीसीआई को 220 करोड़ दिए। टाटा ग्रुप ने साल 2022-2023 के टाइटल को स्पॉन्सर करने के लिए बीसीसीआई को 439.8 करोड़ रुपए दिए। शीर्षक प्रायोजन से होने वाली आय की राशि, बीसीसीआई इसका कुछ हिस्सा अपने पास रखता है और बाकी का पैसा सभी फ्रेंचाइजी मालिकों को बराबर बांट देता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर आईपीएल फ्रेंचाइजी के मालिक की कुल कमाई का करीब 20-30 फीसदी हिस्सा टाइटल स्पॉन्सरशिप से आता है।
ब्रांड प्रायोजन (Brand Sponsorship)
    हर आईपीएल टीम का एक ब्रांड प्रायोजक (Brand Sponsorship) होता है। यदि आप ध्यान दें, तो कई ब्रांडों के नाम और लोगो T-shirt और Lower जो खिलाड़ी पहनता है, खिलाड़ियों की टोपी, किट में कई ब्रांड नाम और लोगो मुद्रित होते हैं। इसमें हर टीम का एक मुख्य प्रायोजक होता है और बाकी को प्रायोजित किया जाता है, इसके अलावा टीम के उत्पादों के प्रचार के लिए यह अपने खिलाड़ियों से वीडियो ADS भी बनाता है। जिसके बदले में वह मोटी रकम लेता है। टीम स्पॉन्सर के अलावा और भी कई स्पॉन्सर हैं, आपने देखा होगा कि क्रिकेट ग्राउंड पर भी कई स्पॉन्सर के नाम लिखे होते हैं। बोडिंस लगाए जाते हैं, स्टंप पर नाम छपते हैं, कई ब्रांडों के नाम लगातार Boundary Border पर हाइलाइट किए जाते हैं। ये सभी ब्रांड टीममालिक को काफी पैसा देते हैं।
मर्चेंडाइज बिक्री (Merchandise sales)
    मर्चेंडाइज सेल्स यानी फ्रेंचाइजी खिलाड़ियों की जर्सी, कैप, किट पर अपनी टीम का नाम लिखकर इसे ऑनलाइन बेचती है। इससे भी फ्रेंचाइजी मालिकों को काफी मुनाफा होता है। आप कई टीम जर्सी ऑनलाइन देख पाएंगे, खिलाड़ियों के नाम किट, खिलाड़ियों के नाम जर्सी, उनकी टोपी और उनके हस्ताक्षरित बल्ले। यह सब मर्चेंडाइज सेल्स का एक हिस्सा है।
टिकट बिक्री (Ticket Sales)
    दोस्तों क्या आपने कभी क्रिकेट स्टेडियम में जाकर कोई लाइव मैच देखा है अगर देखा है तो हमें नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।
|  | 
| टिकट बिक्री (Ticket Sales) | Photo : Google Search | 
    आईपीएल की प्रत्येक टीम घरेलू मैदान पर कम से कम 8 से 9 मैच खेलती है, जैसे मुंबई इंडियंस का घरेलू मैदान वानखेड़े स्टेडियम है, ऐसे में टीम फ्रेंचाइजी का मालिक ही मैच के टिकट की कीमत और बेचने से होने वाली कमा तय करता है। मैच के टिकट से टीम के मालिकों को करीब 70 से 80 फीसदी पैसा मिलता है।
    इसी तरह, हम आपको भविष्य में भी आईपीएल टीम की Revenue प्रणाली के बारे में अपडेट देंगे, हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमारी नोटिफिकेशन सर्विस को Subscribe जरूर करें।
    खबर पढ़ने के बाद कुछ जानकारी मिली, नीचे कमेंट सेक्शन में हमें बताएं, अगर आपके पास भी कोई अन्य जानकारी है तो हमारे साथ साझा करें, पढ़ने के लिए धन्यवाद।



