PINCODE किस तरह Help करता हैं, किसी जगह पहुँचने के लिए? How to Decoding the Indian PINCODE?

दुनिया चाहे कितनी भी आगे निकल जाए  या तकनीक कितनी ही प्रगत क्यों न हो, कुछ चीजें जैसे थी वैसे ही रहती हैं और उनका महत्व कभी कम नहीं होता।

आज जब हम किसी भी बैंक फॉर्म को भरते हैं चाहे वह ऑनलाइन हो या ऑफलाइन और न केवल बैंक में बल्कि किसी भी रूप में अपनी जानकारी लिखते समय हमें नाम और पते के साथ एक और महत्वपूर्ण बात का उल्लेख करना अनिवार्य है.

वह बात पिनकोड की है ... हाँ इतनी टेक्नोलॉजी एडवांस हो गई है लेकिन अगर आपके पास पिनकोड नहीं है तो सब कुछ बेकार हैं!


चाहे ऑनलाइन खरीदारी हो या घर के पते का प्रमाण, हर जगह हमें अपना नाम, पता और सबसे महत्वपूर्ण पिनकोड का उल्लेख करना जरुरी होता हैं!

तो  चलिए दोस्तों जानते हैं पिनकोड के बारे में....

पिनकोड मतलब हैं "पोस्टल इंडेक्स नंबर". 

15 अगस्त 1972 को हमारे देश भारत में पिनकोड अस्तित्व में आया। यह वह समय था जब पत्राचार संचार का मुख्य माध्यम था। इस पत्राचार को आसान बनाने के लिए पिनकोड की संकल्पना अस्तित्व में आई।

हम सब जानते है की पत्र सही जगह पर दिया गया हैं, इसका कारण पत्र पर लिखा पिनकोड हैं। लेकिन क्या आप इस पिनकोड के पीछे का लॉजिक जानते हैं? क्या आपको पता है कि यह पिनकोड कैसे निर्धारित किया गया था? यदि आप नहीं जानते हैं, तो आइए आज पता करते हैं।

पिनकोड की पहली संख्या विभाग को दर्शाती हैं  

१ और २ संख्या : उत्तर विभाग

३ और ४ संख्या  : पश्चिम विभाग

५ और  ६ संख्या : दक्षिण विभाग

७ और ८ संख्या : पूर्व विभाग  

९ संख्या         : आर्मी 

Image Source : ScoopWhoop

कुल 9 पिन क्षेत्र हैं, जिनमें से 8 नंबर भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए उपयोग किए जाते हैं जबकि 9 नंबर सेना के लिए अलग से उपयोग किए जाते हैं।


First DigitRegionStates Covered
1NorthernDelhi, Haryana, Punjab, Himachal Pradesh and Jammu & Kashmir
2NorthernUttar Pradesh and Uttaranchal
3WesternRajasthan and Gujarat
4WesternMaharashtra, Madhya Pradesh and Chattisgarh
5SouthernAndhra Pradesh and Karnataka
6SouthernKerala and Tamil Nadu
7EasternWest Bengal, Orissa and North Eastern
8EasternBihar and Jharkand
9APSArmy Postal Service

पिनकोड की दूसरी संख्या राज्य के उपखंड या डाक क्षेत्र को दर्शाता  है। मतलब, पिनकोड के पहले दो अंक निम्नलिखित क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

First 2 Digits of PINCircle
11Delhi
12 and 13Haryana
14 to 16Punjab
17Himachal Pradesh
18 to 19Jammu & Kashmir
20 to 28Uttar Pradesh and Uttaranchal
30 to 34Rajasthan
36 to 39Gujarat
40 to 44Maharashtra
45 to 49Madhya Pradesh and Chattisgarh
50 to 53Andhra Pradesh & Telangana
56 to 59Karnataka
60 to 64Tamil Nadu
67 to 69Kerala
70 to 74West Bengal
75 to 77Orissa
78Assam
79North Eastern
80 to 85Bihar and Jharkand
90 to 99Army Postal Service (APS)


पिनकोड की तीसरी संख्या जिले को दर्शाती है।

पिनकोड के अंतिम तीन अंक उस विभाग या डाकघर के स्थान को दर्शाते हैं जहाँ पत्र पहुँचना है।



अब हम इसे एक उदाहरण लेके समझते हैं।

यहाँ हम पालघर जिले के डहाणू का उदाहरण लेते हैं।

डहाणू का पिनकोड हैं : ४०१ ६०२

इनमें से ४ यह संख्या पश्चिम विभाग दर्शाती हैं। पहले दो संख्या यानि के ४० का संकेत है कि यह क्षेत्र महाराष्ट्र राज्य में है। पहले तीन नंबर, यानि के ४०१, यह दर्शाता है कि यह क्षेत्र पालघर जिले में है और अंतिम तीन नंबर, अर्थात् ६०२, यह दर्शाता है कि पत्र को डहाणू डाकघर तक पहुंचाया जाना है।
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