TATA IPL की दूसरी सबसे सफल टीम चेन्नई सुपर किंग्स प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने की कगार पर है। टूर्नामेंट के अब तक के 15वें सीजन में महेंद्र सिंह धोनी की टीम 10 में से सिर्फ तीन मैच ही जीत पाई है. धोनी के दोबारा कप्तान बनने के बाद टीम ने दो मैच खेले हैं और एक में जीत हासिल की है। वहीं, उन्हें एक मैच में हार का सामना करना पड़ा था। नौवें स्थान पर काबिज चेन्नई को लेकर फैंस लगातार टीम के समीकरण पर चर्चा कर रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या अब भी चेन्नई की टीम प्लेऑफ में पहुंच पाएगी?
बाकी मैचों में जीत की जरूरत
चेन्नई ने अब तक 10 मैच खेले हैं और उसे चार मैचों में भाग लेना है। टीम के अब छह अंक हो गए हैं। अगर धोनी की सेना बाकी के चार मैच जीत जाती है तो उसे आठ और अंक मिलेंगे. इस तरह चेन्नई के खाते में 14 मैचों के बाद कुल 14 अंक हो जाएंगे। आईपीएल इतिहास में कई बार 14 अंक हासिल करने वाली टीम प्लेऑफ में पहुंच चुकी है।
नेट रन रेट में सुधार करना होगा
10 में से तीन मैच जीतने के बावजूद चेन्नई का नेट रन रेट नेगेटिव है। 10 मैचों के बाद टीम का नेट रनरेट -0.431 है। उसे बाकी के चार मैच बड़े अंतर से जीतने होंगे। तभी टीम का नेट रन रेट सुधरेगा। चार बार की चैंपियन अगर बाकी के चार मैच भारी अंतर से जीत जाती है तो प्लेऑफ में पहुंचने की उनकी उम्मीदें जिंदा होंगी.
नेट रन रेट में सुधार करना होगा
10 में से तीन मैच जीतने के बावजूद चेन्नई का नेट रन रेट नेगेटिव है। 10 मैचों के बाद टीम का नेट रनरेट -0.431 है। उसे बाकी के चार मैच बड़े अंतर से जीतने होंगे। तभी टीम का नेट रन रेट सुधरेगा। चार बार की चैंपियन अगर बाकी के चार मैच भारी अंतर से जीत जाती है तो प्लेऑफ में पहुंचने की उनकी उम्मीदें जिंदा होंगी.
दूसरी टीमों पर निर्भर है धोनी की सेना
धोनी की कप्तानी वाली टीम को अपने मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने के अलावा अन्य टीमों के प्रदर्शन पर भी नजर रखनी होगी। कोलकाता नाइट राइडर्स के 10 मैचों में चेन्नई से आठ अंक आगे हैं। पंजाब किंग्स के 10 मैचों में 10 अंक हैं, सनराइजर्स हैदराबाद के 10 मैचों में 10 अंक हैं और दिल्ली कैपिटल्स के 10 मैचों में 10 अंक हैं। शीर्ष चार रैंकिंग वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के 11 मैचों में 12 अंक हैं, राजस्थान रॉयल्स के 10 मैचों में 12 अंक हैं, लखनऊ सुपरजायंट्स के 10 मैचों में 14 अंक हैं और गुजरात टाइटंस के 11 मैचों में 16 अंक हैं।
गुजरात और लखनऊ की टीमें प्लेऑफ में पहुंचने के सबसे करीब हैं। राजस्थान और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर अभी भी अधर में लटकी हुई है। चेन्नई की टीम चाहेगी कि राजस्थान और बैंगलोर की टीम ज्यादा से ज्यादा मैच हारे। इसके अलावा अन्य टीमों का परिणाम भी उसी के अनुसार होना चाहिए।
चेन्नई को अब किसके खिलाफ खेलना है?
चेन्नई को अभी चार मैच और खेलने हैं। धोनी की टीम 8 मई को दिल्ली कैपिटल्स से, 12 मई को मुंबई इंडियंस से, 15 मई को गुजरात टाइटंस से और 20 मई को राजस्थान रॉयल्स से खेलेगी। टीम ने इस बार सीजन में मुंबई को मात दी है। गुजरात से मिली हार का बदला लेने का मौका होगा। सीजन में पहली बार दिल्ली और राजस्थान के खिलाफ खेलेंगे।
चेन्नई का इस सीजन में प्रदर्शन
| खिलाफ | नतीजा | 
| कोलकाता नाइटराइडर्स | हार | 
| लखनऊ सुपर जाएंट्स | हार | 
| पंजाब किंग्स | हार | 
| सनराइजर्स हैदराबाद | हार | 
| रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर | जीत | 
| गुजरात टाइटंस | हार | 
| मुंबई इंडियंस | जीत | 
| पंजाब किंग्स | हार | 
| सनराइजर्स हैदराबाद | जीत | 
| रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर | हार | 



